ऑनलाइन साधना संगम - हिन्दी में

शनिवार, फ़रवरी 27

रविवार, फ़रवरी 28, 2021

कार्यक्रम के विवरण

वाइएसएस संन्यासियों द्वारा हिंदी में संचालित किए जाने वाले सर्वप्रथम ऑनलाइन साधना संगम में हम आपको आमंत्रित करते हैं। यह ऑनलाइन साधना संगम भक्तों को न केवल आध्यात्मिक पुनःस्फूर्ति का अवसर प्रदान करेगा बल्कि गुरुदेव की शिक्षाओं तथा उनके द्वारा सिखायी गई ध्यान प्रविधियों के बारे में अपनी समझ एवं अभ्यास को सुधारने का मौका भी देगा।

इस दो-दिवसीय आध्यात्मिक कार्यक्रम में अवश्य भाग लें और विश्व भर से भाग लेने वाले साथी भक्तों के साथ मिलकर सामूहिक ध्यान, सत्संग और कीर्तन करने का लाभ उठाएं। वाइएसएस ध्यान प्रविधियों की पुनरवलोकन कक्षाएं केवल वाइएसएस व एसआरएफ़ पाठमाला के सदस्यों के लिए उपलब्ध होंगी, जबकि सामूहिक ध्यान एवं सत्संग में सभी शामिल हो सकते हैं। हर ध्यान-सत्र का संचालन हिन्दी एवं अंग्रेज़ी में किया जाएगा, हालांकि पुनरवलोकन कक्षाएं एवं सत्संग केवल हिन्दी में ही होंगे।

नोट: 

  • साधना संगम में भाग लेने के लिए अब रेजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता नहीं है। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कृपया नीचे दी गयी कार्यक्रम सारणी देखें।
  • कृपया ध्यान दें, कि ध्यान प्रविधियों की पुनरवलोकन कक्षाओं में भाग लेने के लिए आपको वाईएसएस भक्त पोर्टल के ईमेल और पासवर्ड द्वारा लॉग-इन करना होगा।

कार्यक्रमों की सारणी

सुबह 6:00 बजे से 9:30 बजे तक (भारतीय समयानुसार)

स्वागत संदेश, शक्ति-संचार व्यायाम, तत्पश्चात लंबा ध्यान और कीर्तन

ऑनलाइन ध्यान में कोई भी भाग ले सकता है। एक योगदा संन्यासी सभी प्रतिभागियों को स्वागत संदेश देंगे। हम शक्ति-संचार व्यायामों के सामूहिक अभ्यास के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे जो इन व्यायामों पर बनायी गई विडिओ के साथ-साथ किये जायेंगे। इसके बाद योगदा के एक संन्यासी लंबे ध्यान-सत्र का संचालन करेंगे। (ध्यान दें: विडिओ में शक्ति-संचार व्यायामों को करने के निर्देश नहीं दिए गए हैं। कृपया उन्हें वाइएसएस/एसआरएफ़ पाठमाला से सीखें।)

तत्पश्चात ध्यान-सत्र का शुभारंभ प्रार्थना और परिचयात्मक टिप्पणी के साथ होगा, जिसके बाद प्रेरक वाचन, चाँटिंग और मौन ध्यान होगा। मौन ध्यान की अवधि कम या अधिक हो सकती है, लेकिन आमतौर पर लगभग 45 मिनट होगी। ध्यान का समापन, परमहंस योगानंदजी की आरोग्यकारी प्रविधि के अभ्यास तथा समापन प्रार्थना से होगा। प्रारंभिक प्रार्थना, समापन प्रार्थना और आरोग्यकारी प्रविधि हिंदी में होंगे, जबकि वाचन और चाँटिंग हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों में होंगे।
आपसे अनुरोध है कि इस कार्यक्रम की न कोई रिकॉर्डिंग बनाएँ न ही स्क्रीनशॉट लें।

सुबह 11:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक (भारतीय समयानुसार)

हंस: प्रविधि का पुनरवलोकन

एकाग्रता की हंसः प्रविधि : परमहंस योगानन्दजी द्वारा सिखाए गए क्रियायोग मार्ग की आधारभूत प्रविधियों में से यह एक है। इसे क्रमबद्ध निर्देशों द्वारा सीखने के लिये वाइएसएस/एसआरएफ़ पाठमाला के सदस्य इस पुनरवलोकन कक्षा में भाग लेने के लिए आमंत्रित हैं।
यह पुरातन और प्रबल प्रविधि मन की सुप्त एकाग्रता की शक्तियों को विकसित करने में सहायता करती है। इस प्रविधि के नियमित अभ्यास से साधक बाह्य विकर्षणों से अपने विचारों और प्राणशक्ति को हटा कर उन्हें किसी वांछित लक्ष्य की प्राप्ति पर या फिर किसी समस्या के समाधान के लिए केंद्रित करना सीखता है। अथवा साधक उस एकाग्र किये गए मन को अंतर में स्थित दिव्य चेतना का बोध प्राप्त करने के लिए प्रयोग कर सकता है।

यह कक्षा केवल वाइएसएस/एसआरएफ़ पाठमाला के सदस्यों के लिए है। यदि आप वाइएसएस/ एसआरएफ़ पाठमाला के सदस्य बनने के इच्छुक हैं और भारत, नेपाल, श्रीलंका, भूटान या मालदीव के निवासी हैं तो कृपया यहाँ क्लिक करें। अन्य देशों के निवासी कृपया यहां क्लिक करें
आपसे अनुरोध है कि इस कक्षा की न कोई रिकॉर्डिंग बनाएँ न ही स्क्रीनशॉट लें।

सायं 5:00 बजे से 7:00 बजे तक (भारतीय समयानुसार)

शक्ति-संचार व्यायाम एवं ध्यान

ऑनलाइन ध्यान में कोई भी भाग ले सकता है। हम शक्ति-संचार व्यायामों के सामूहिक अभ्यास के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे जो इन व्यायामों पर बनायी गई विडिओ के साथ-साथ किये जायेंगे। इसके बाद योगदा के एक संन्यासी ध्यान-सत्र का संचालन करेंगे। (ध्यान दें: विडिओ में शक्ति-संचार व्यायामों को करने के निर्देश नहीं दिए गए हैं। कृपया उन्हें वाइएसएस/एसआरएफ़ पाठमाला से सीखें।)

ध्यान-सत्र का शुभारंभ प्रार्थना और परिचयात्मक टिप्पणी के साथ होगा, जिसके बाद प्रेरक वाचन, चाँटिंग और मौन ध्यान होगा। मौन ध्यान की अवधि कम या अधिक हो सकती है, लेकिन आमतौर पर लगभग 45 मिनट होगी। ध्यान का समापन, परमहंस योगानंदजी की आरोग्यकारी प्रविधि के अभ्यास तथा समापन प्रार्थना से होगा। प्रारंभिक प्रार्थना, समापन प्रार्थना और आरोग्यकारी प्रविधि हिंदी में होंगे, जबकि वाचन और चाँटिंग हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों में होंगे।
आपसे अनुरोध है कि इस कार्यक्रम की न कोई रिकॉर्डिंग बनाएँ न ही स्क्रीनशॉट लें।

रात 8:00 बजे से 9:00 बजे तक (भारतीय समयानुसार)

प्रेरणादायक सत्संग

योगदा संन्यासी द्वारा दिये जाने वाले प्रवचन में शामिल हों। सभी आमंत्रित हैं।

विषय: “जीवन कर्त्तव्यों का एक आनन्ददायक संग्राम है और साथ ही एक गुज़रता हुआ स्वप्न भी”

हम आप को अपने परिवर और मित्रों के संग इस सत्संग में भाग लेने के लिए आमंत्रित करते हैं।

आपसे अनुरोध है कि इस कार्यक्रम की न कोई रिकॉर्डिंग बनाएँ न ही स्क्रीनशॉट लें।

सुबह 6:00 बजे से 9:30 बजे तक (भारतीय समयानुसार)

शक्ति-संचार व्यायाम और लंबा ध्यान-सत्र

ऑनलाइन ध्यान में कोई भी भाग ले सकता है। हम शक्ति-संचार व्यायामों के सामूहिक अभ्यास के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे जो इन व्यायामों पर बनायी गई विडिओ के साथ-साथ किये जायेंगे। इसके बाद योगदा के एक संन्यासी ध्यान-सत्र का संचालन करेंगे। (ध्यान दें: विडिओ में शक्ति-संचार व्यायामों को करने के निर्देश नहीं दिए गए हैं। कृपया उन्हें वाइएसएस/एसआरएफ़ पाठमाला से सीखें।)

ध्यान-सत्र का शुभारंभ प्रार्थना और परिचयात्मक टिप्पणी के साथ होगा, जिसके बाद प्रेरक वाचन, चाँटिंग और मौन ध्यान होगा। मौन ध्यान की अवधि कम या अधिक हो सकती है, लेकिन आमतौर पर लगभग 45 मिनट होगी। ध्यान का समापन, परमहंस योगानंदजी की आरोग्यकारी प्रविधि के अभ्यास तथा समापन प्रार्थना से होगा। प्रारंभिक प्रार्थना, समापन प्रार्थना और आरोग्यकारी प्रविधि हिंदी में होंगे, जबकि वाचन और चाँटिंग हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों में होंगे।
आपसे अनुरोध है कि इस कार्यक्रम की न कोई रिकॉर्डिंग बनाएँ न ही स्क्रीनशॉट लें।

सुबह 11:00 बजे से दोपहर 12 बजे तक (भारतीय समयानुसार)

ओम् ध्यान प्रविधि का पुनरवलोकन

ओम् ध्यान प्रविधि: परमहंस योगानन्दजी द्वारा सिखाए गए क्रियायोग मार्ग की आधारभूत प्रविधियों में से यह एक है। इसे क्रमबद्ध निर्देशों द्वारा सीखने के लिये वाइएसएस/एसआरएफ़ पाठमाला के सदस्य इस पुनरवलोकन कक्षा में भाग लेने के लिए आमंत्रित हैं।
हंसः प्रविधि के अभ्यास द्वारा साधक जब शरीर को तनावमुक्त एवं मन को एकाग्र करना सीख लेता है, तब यह उन्नत प्रविधि चेतना को विस्तारित करती है जिससे साधक अपने शरीर और मन के परिसीमनों को लांघकर अपनी अनंत क्षमताओं का आनंदमय बोध प्राप्त करता है।

यह कक्षा केवल वाइएसएस/एसआरएफ़ पाठमाला के सदस्यों के लिए है। यदि आप वाइएसएस/ एसआरएफ़ पाठमाला के सदस्य बनने के इच्छुक हैं और भारत, नेपाल, श्रीलंका, भूटान या मालदीव के निवासी हैं तो कृपया यहाँ क्लिक करें। अन्य देशों के निवासी कृपया यहां क्लिक करें
आपसे अनुरोध है कि इस कक्षा की न कोई रिकॉर्डिंग बनाएँ न ही स्क्रीनशॉट लें।

दोपहर 2:30 बजे से सायं 4 बजे तक (भारतीय समयानुसार)

शक्ति-संचार व्यायाम का पुनरवलोकन

तन और मन को इच्छानुसार ब्रह्मांडीय ऊर्जा से परिपूर्ण करना, तनाव मिटाना और देह को शुद्ध व सुदृढ़ बनाना सीखें ताकि ध्यान के समय ऊर्जा को सरलता से अंतर्मुखी कर चेतना की उन्नत अवस्थाओं में पहुंचा जा सके।

शक्ति-संचार व्यायाम: परमहंस योगानन्दजी द्वारा सिखाए गए क्रियायोग मार्ग की आधारभूत प्रविधियों में से यह एक है। इसे क्रमबद्ध निर्देशों द्वारा सीखने के लिये वाइएसएस/एसआरएफ़ पाठमाला के सदस्य इस पुनरवलोकन कक्षा में भाग लेने के लिए आमंत्रित हैं।

यह कक्षा केवल वाइएसएस/एसआरएफ़ पाठमाला के सदस्यों के लिए है। यदि आप वाइएसएस/ एसआरएफ़ पाठमाला के सदस्य बनने के इच्छुक हैं और भारत, नेपाल, श्रीलंका, भूटान या मालदीव के निवासी हैं तो कृपया यहाँ क्लिक करें। अन्य देशों के निवासी कृपया यहां क्लिक करें
आपसे अनुरोध है कि इस कक्षा की न कोई रिकॉर्डिंग बनाएँ न ही स्क्रीनशॉट लें।

सायं 5:00 बजे से 7:30 बजे तक (भारतीय समयानुसार)

शक्ति-संचार व्यायाम, ध्यान-सत्र और समापन सत्संग

ऑनलाइन ध्यान में कोई भी भाग ले सकता है। हम शक्ति-संचार व्यायामों के सामूहिक अभ्यास के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे जो इन व्यायामों पर बनायी गई विडिओ के साथ-साथ किये जायेंगे। इसके बाद योगदा के एक संन्यासी ध्यान-सत्र का संचालन करेंगे। (ध्यान दें: विडिओ में शक्ति-संचार व्यायामों को करने के निर्देश नहीं दिए गए हैं। कृपया उन्हें वाइएसएस/एसआरएफ़ पाठमाला से सीखें।)

ध्यान-सत्र का शुभारंभ प्रार्थना और परिचयात्मक टिप्पणी के साथ होगा, जिसके बाद प्रेरक वाचन, चाँटिंग और मौन ध्यान होगा। मौन ध्यान की अवधि कम या अधिक हो सकती है, लेकिन आमतौर पर लगभग 45 मिनट होगी। ध्यान का समापन, परमहंस योगानंदजी की आरोग्यकारी प्रविधि के अभ्यास तथा समापन प्रार्थना से होगा। प्रारंभिक प्रार्थना, समापन प्रार्थना और आरोग्यकारी प्रविधि हिंदी में होंगे, जबकि वाचन और चाँटिंग हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों में होंगे।
आपसे अनुरोध है कि इस कार्यक्रम की न कोई रिकॉर्डिंग बनाएँ न ही स्क्रीनशॉट लें।

ध्यान कक्ष

विश्व भर के प्रतिभागियों के साथ मौन ध्यान में भाग लें

ध्यान कक्ष तक कैसे पहुंचें

ज़ूम के माध्यम से अन्य भक्तों के साथ कुछ समय मौन ध्यान में बिताएँ। हालांकि यह मौन ध्यान का कार्यक्रम है तथापि हम आपको ज़ूम पर विडियो चालू रखने का सुझाव देंगे। इस तरह आप अन्य प्रतिभागियों को दिखेंगे। कृपया ध्यान दें कि ध्यान कक्ष में प्रवेश करते ही आपको स्वत: ही म्यूट कर दिया जाएगा ताकि औरों को किसी प्रकार का व्यवधान न हो।

ज़ूम को डाउनलोड करने और प्रयोग करने के बारे में निर्देशों के लिए भाग लेने की विधि पृष्ठ पर जाएँ।

ध्यान कक्ष खुला रहने का समय

ध्यान कक्ष खुला है (ध्यान कक्ष खुले रहने का समय भारतीय समयानुसार है):

शनिवार, 27 फरवरी
सुबह 9:30 बजे से 11:15 बजे तक
दोपहर 12:30 बजे से 4:45 बजे तक
सायं 7:00 बजे से 7:45 बजे तक

रविवार, 28 फरवरी
सुबह 9:30 बजे से 10:45 बजे तक
दोपहर 12 बजे से 2:15 बजे तक
सायं 4:00 बजे से 4:45 बजे तक

ऑनलाइन वाइएसएस ध्यान प्रविधियों पर
कक्षाओं तक कैसे पहुँचें

योगदा सत्संग पाठमाला के सदस्य बनें

ऑनलाइन साधना संगम सबके लिए खुला है। परंतु वाइएसएस की ध्यान-प्रविधियों पर ऑनलाइन कक्षाएं – शक्ति-संचार व्यायाम, एकाग्रता की हंस: प्रविधि, ध्यान की ओम् प्रविधि – केवल योगदा सत्संग पाठमाला के सदस्यों को उपलब्ध है (सेल्फ-रियलाइज़ेशन फैलोशिप के सदस्यों का भी स्वागत है)। इन कक्षाओं में लॉग-इन कर इनमें भाग लेने के लिए भक्तों का भक्त पोर्टल पर सत्यापित खाता होना आवश्यक है। यदि आपका खाता नहीं है तो यहां खोलें; और यदि सत्यापन आदि के लिए किसी सहायता की ज़रूरत हो तो कृपया हमारे तकनीकी सहायता केंद्र से संपर्क करें।

यदि आप ने पाठमाला की सदस्यता नहीं ली है तो आप अब भी वाइएसएस पाठमाला के लिए आवेदन कर इन शक्तिशाली प्रविधियों की कक्षाओं में भाग ले सकते हैं, जो कि परमहंस योगानंदजी द्वारा सिखाए गए क्रियायोग विज्ञान का अभिन्न अंग हैं।

तकनीकी सहायता

क्या हम आपकी सहायता कर सकते हैं?

वाइएसएस भक्त हमें (0651) 6655 555 पर संपर्क कर सकते हैं या इस फार्म द्वारा अपना प्रश्न भेज सकते हैं।

एसआरएफ़ भक्त तकनीकी सहायता के लिए एसआरएफ़ ऑनलाइन ध्यान केंद्र से संपर्क कर सकते हैं या +1(760)417-6080 पर कॉल करें (कृपया ध्यान दें लंबी दूरी शुल्क लागू होगा)

नवागंतुक

परमहंस योगानन्दजी और उनकी शिक्षाओं के बारे में और अधिक जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक्स पर जाएँ :

शेयर करें

Facebook
X
WhatsApp