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शरद संगम, 2017
शरद संगम, 2017
स्वागत बूथ का उद्घाटन करते स्वामी कृष्णानन्द।
संगम के लिए रजिस्ट्रेशन करते भक्तजन
एक स्वयंसेवक बैज, बुकलेट और आवास के लिए सहायता करते हुए।
केन्द्रों की बैठक में बोलते स्वामी ओंकारानन्द।
उद्घाटन समारोह से पहले स्वामी वासुदेवानन्द ने भजनों का संचालन किया।
उद्घाटन समारोह के दौरान स्वामी श्रद्धानन्द प्रार्थना का नेतृत्व करते हुए।
दुनिया भर से आये भक्तों का स्वागत करते स्वामी कृष्णानन्द।
स्वामीजी 2018 वाईएसएस वॉल कैलेंडर दिखाते हुए।
स्वामी स्मरणानन्द द्वारा उद्घाटन सत्संग।
दोनों संगमों में पिछले रिकॉर्ड से अधिक संख्या में भक्तजन सम्मिलित हुए।
सुबह और शाम सामूहिक शक्तिसंचारक व्यायाम…
इसके बाद सामूहिक ध्यान।
ब्रह्मचारी आद्यानन्द ने अंग्रेजी पंडाल में शक्तिसंचारक व्यायाम का पुनरवलोकन करते हुए…
और हिंदी पंडाल में स्वामी सदानन्द।
ब्रह्मचारी अच्युतानन्द लंबे ध्यान के दौरान कॉस्मिक चैंटिंग और भजन करते हुए।
भक्तजन चैंटिंग में सम्मिलित होते हुए।
स्वामी माधवनन्द ने हं-सः प्रविधि का पुनरवलोकन किया।
स्वामी श्रद्धानन्द “द गुरु: स्पीकिंग वॉयस ऑफ़ साइलेंट गॉड…” पर बोलते हुए
स्वामी कृष्णानन्द इसी विषय पर हिन्दी में बोलते हुए।
किताबों की दुकान पर भक्तजन।
ई-बुक्स के लिए अलग काउंटर बनाया गया।
स्वामी अमरानन्द ने अंग्रेजी में ओम् प्रविधि का पुनरवलोकन किया।
स्वामी सुद्धानन्द अंग्रेजी में “कृष्ण और क्राइस्ट की योग शिक्षाओं” पर बोलते हुए, जबकि …
स्वामी ईश्वरानन्द हिंदी में बोलते हुए।
स्वामी स्मरणानन्द YSS/SRF के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द गिरि का YSS की ओर से द्वारा मंच पर स्वागत करते हुए।
स्वामीजी ने भक्तों का अभिवादन किया।
स्वामी चिदानन्दजी योग, साधना और दर्शन पर एक प्रेरक व्याख्यान देते हुए।
उनके दिव्य वचनों और आशीर्वाद में लीन भक्त।
स्वामीजी ने श्री दया माताजी के साथ भारत की यात्रा पर श्री मृणालिनी माताजी के संस्मरणों का विमोचन किया।
फिर स्वामी चिदानन्दजी व्यक्तिगत रूप से आशीर्वाद, प्रसाद और शताब्दी लोगो बाँटते हुए…
पहले संगम में 1900 से भी अधिक भक्तजन…
और दूसरे संगम में 2000 से अधिक भक्तजन।
स्वामी निगमानन्द लीची वेदी के पास भक्त से मिलते हुए।
Devotees have individual meditations at Smriti Mandir…
ध्यान के लिए लॉन…
गुरुजी के कमरे के बाहर…
और लीची वेदी पुण्यस्थान।
स्वामी हितेषानन्द “ध्यान और उचित गतिविधियां: एक संतुलित जीवन के लिए आधारशिला” पर बात करते हुए।
स्वामी स्मरणानन्द “ईश्वरीय इच्छा के साथ मानव इच्छा को जोड़ना” पर अंग्रेजी में बोलते हुए।
स्वामी नित्यानन्द इसी विषय पर हिंदी में बोलते हुए।
नए क्रियाबानों को संयासीगण विशेष भोजन परोसते हुए।
स्वामी पवित्रानन्द ने क्रिया योग प्रविधि का पुनरवलोकन किया।
स्वामी निगमानन्द गैर क्रियाबनों से बात चीत करते हुए।
क्रिया योग दीक्षा की रात लीची वेदी में सजावट…
ध्यान मंदिर…
मुख्य भवन।
वाईएसएस के 100 वर्ष पर बोलते हुए स्वामी विश्वानन्द।
स्वामी ओंकारानन्द “विनम्रता: आध्यात्मिक पथ की नींव” पर बोलते हुए।
भक्तों ने अपनी क्रिया की जाँच करवाई।
आश्रम में फूलों की सजावट और रंगोली।
आश्रम में फूलों की सजावट और रंगोली।
आश्रम में फूलों की सजावट।
फूलों की सजावट और रंगोली
समापन दिवस पर भजन संचालन करते हुए ब्रह्मचारी सौजनानन्द।
भक्तजन चैंटिंग में सम्मिलित होते हुए।
स्वामी चिदानन्दजी द्वारा समापन प्रार्थना