युवा साधक संगम

(राँची आश्रम)

बुधवार, 10 सितम्बर, 2025 – रविवार, 14 सितम्बर, 2025

कार्यक्रम के विषय में

जब मन और भावनाओं को भीतर की ओर मोड़ दिया जाता है, आप ईश्वर के आनन्द को अनुभव करना प्रारम्भ करते हैं। इन्द्रियों के आनन्द स्थाई नहीं हैं; परन्तु ईश्वर का आनन्द शाश्वत है। यह अतुलनीय है!

— श्री श्री परमहंस योगानन्द

एक नया कार्यक्रम उभरता हुआ

अपनी तरह की एक अद्वितीय पहल के अंतर्गत, योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ़ इण्डिया (वाईएसएस) ने युवा साधकों (23-35 वर्ष) के लिए विशेष रूप से एक साधना संगम का आयोजन किया — एक आध्यात्मिक रूप से गहन अनुभव जो 10 से 14 सितम्बर, 2025 तक शांत वाईएसएस राँची आश्रम में आयोजित किया गया था।

यह विशेष संगम युवाओं में परमहंस योगानन्दजी की उन सार्वभौमिक शिक्षाओं के प्रति बढ़ती हुई रुचि का प्रकटीकरण था जो आंतरिक स्पष्टता और शक्ति प्रदान करती हैं।

इस संगम ने एक ऐसा पवित्र स्थान प्रदान किया जहाँ भारत भर से सैकड़ों युवा भक्तगण परमहंस योगानन्दजी की शिक्षाओं को गहनता से आत्मसात करने, आत्मिक मित्र बनाने, और तीव्र गति वाली आधुनिक दुनिया के अनुकूल एक संतुलित आध्यात्मिक जीवन शैली खोजने के लिए एक साथ आए।

यौगिक जीवन शैली के लिए एक पोषणकारी आध्यात्मिक दिनचर्या

योगानन्दजी के सन्तुलित जीवन के आदर्श पर आधारित, संगम की दिनचर्या सरल फिर भी रूपान्तरकारी थी : ध्यान और कीर्तन, रुचिकर कक्षाएँ और कार्यशालाएँ, आनन्दमय सेवा, प्रेरणादायक सत्संग, वाईएसएस पाठों का अध्ययन, अन्तर्निरीक्षण, तथा विश्राम, मनोरंजन और आध्यात्मिक संगति के लिए समय।

युवा साधकों के लिए इस सर्वांगीण योगमय जीवनशैली की योजना अत्यंत विचारपूर्वक बनाई गई थी, ताकि वे इसे अपने जीवन में उतार सकें और नित्य इसका अभ्यास कर सकें।

संगम के मुख्य आकर्षण

यद्यपि कार्यक्रम में योगदा ध्यान प्रविधियों का पुनरवलोकन और निर्देशित अभ्यास सम्मिलित था, तथापि विशेष रूप से युवा साधकों के लिए कुछ नए तत्त्व भी प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में निम्नलिखित का समावेश किया गया था :

  • सामूहिक ध्यान और कीर्तन
  • पवित्र वाईएसएस ध्यान प्रविधियों का पुनरावलोकन और निर्देशित अभ्यास
  • पाठमाला का सामूहिक अध्ययन और अन्तर्निरीक्षण
  • गुरुजी की शिक्षाओं पर प्रेरणादायक सत्संग, और उनका दैनिक जीवन में अनुप्रयोग
  • कार्यशालाएँ और चर्चा समूह इन विषयों पर
    • आध्यात्मिक विवेक से जीवन के महत्त्वपूर्ण निर्णय लेना
    • तीव्र गति से भागते विश्व में आंतरिक संतुलन खोजना
    • दयालुता और सोच-विचार के साथ संबंधों का पोषण करना
    • सफलता के नियम का अनुप्रयोग
  • राँची के समीप एक प्राकृतिक स्थल की सैर
  • हठ योग सत्र, खेल-कूद आदि जैसी मनोरंजक गतिविधियाँ
  • अन्य युवा साधकों के साथ संगति

कक्षाएँ और सत्संग अंग्रेज़ी में आयोजित किए गए। हालांकि कोई क्रियायोग दीक्षा समारोह नहीं था, परन्तु क्रियायोग प्रविधि पर एक पुनरवलोकन कक्षा आयोजित की गई।

आपके वित्तीय सहयोग की सराहना की जाती है

हम इन कार्यक्रमों के आयोजन में होने वाले विभिन्न खर्चों को पूरा करने के लिए दान की अपील करते हैं। इन कार्यक्रमों के लिये नामांकन शुल्क कम ही रखा गया है, ताकि सीमित आर्थिक स्रोत वाले भक्त भी इसमें भाग ले सकें। हम उन लोगों के आभारी हैं जो अधिक दान दे सकते हैं, जिससे हम यह सब्सिडी दे पाते हैं और इस प्रकार गुरुदेव का आतिथ्य सभी सच्चे भक्तों तक पहुंचा पाते हैं।

पंजीकरण और पूछताछ के लिए संपर्क विवरण

योगदा सत्संग शाखा मठ — राँची
परमहंस योगानन्द पथ
राँची 834 001

फ़ोन : (0651) 6655 555 (सोम-शनि, सुबह 9:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक)
ईमेल : [email protected]

यदि आप युवाओं के लिए हमारे कार्यक्रमों के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो कृपया [email protected] पर संपर्क करें।

नए आगंतुक

परमहंस योगानन्दजी और उनकी शिक्षाओं के बारे में और अधिक जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक्स पर जाएँ :

ऑटोबायोग्राफी ऑफ़ ए योगी

विश्वभर में एक आध्यात्मिक उत्कृष्ट कृति के रूप में सराही जाने वाली इस पुस्तक के विषय में परमहंसजी प्रायः कहा करते थे, “जब मैं चला जाऊँगा यह पुस्तक मेरी सन्देशवाहक होगी।”

वाईएसएस पाठमाला

एक गृह-अध्ययन पाठमाला जो आपके जीवन को ऐसे असाधारण ढंग से रूपांतरित कर देती है जिसकी आपने कभी कल्पना भी न की होगी, और आपको एक संतुलित एवं सफल जीवन जीने में सहायता करती है।

शेयर करें