योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ़ इण्डिया/सेल्फ़-रियलाइज़ेशन फ़ेलोशिप के अध्यक्ष और आध्यात्मिक प्रमुख श्री श्री स्वामी चिदानन्द गिरि ने फरवरी 2024 में, चेन्नई रिट्रीट में वाईएसएस संन्यासियों की स्थायी उपस्थिति को मंजूरी दी थी, ताकि वे वाईएसएस भक्तों को दैनिक ध्यान, आध्यात्मिक परामर्श, सत्संग, साधना संगम, रिट्रीट और अन्य विशेष कार्यक्रमों के माध्यम से सेवा दे सकें। तब से, विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए भक्तों की रुचि में वृद्धि हुई है और भविष्य में यह मांग और भी बढ़ने की संभावना है, क्योंकि अधिक भक्त आध्यात्मिक पुनर्निर्माण और मार्गदर्शन की खोज में आगे आ रहे हैं।
वर्तमान सुविधाओं के साथ चुनौतियाँ
मौजूदा सुविधाएँ — जो मूल रूप से रिट्रीट के लिए बनायी गई थीं — अब इस बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए अपर्याप्त हो गई हैं। आश्रम की विस्तारित भूमिका का समर्थन करने के लिए आवास, रसोई, भोजन कक्ष, प्रशासन और अन्य महत्वपूर्ण सहायक सुविधाओं के अपग्रेड की आवश्यकता है।
कुछ प्रमुख चुनौतियाँ इस प्रकार हैं :
- अतिथियों के लिए आवास : अधिकांश आवास डॉर्मिटरी शैली के हैं, हालांकि कई भक्तों ने संलग्न बाथरूम के साथ अलग कमरों का अनुरोध किया है।
- सेवकों के लिए आवास : पूर्णकालिक सेवकों और रसोईघर, स्वागत कक्ष तथा अन्य क्षेत्रों की देखरेख करने वालों के लिए कमरों का अभाव है।
- संन्यासियों के लिए आवास : वर्तमान में सन्यासी एक छोटे से पुनर्निर्मित पूर्व देखभालकर्ता के कक्ष में रहते हैं, जिसमें कार्यालय, भोजन कक्ष, रसोईघर और कपड़े धोने की जगह जैसी आवश्यक सुविधाओं का अभाव है।
- कार्यालय और स्वागत कक्ष : बढ़ते प्रशासनिक कार्यभार को संभालने के लिए वर्तमान कार्यालय स्थान को बढ़ाने की आवश्यकता है। विशेष आयोजनों के दौरान रिसेप्शन और पंजीकरण एक पेड़ के नीचे किया जाता है। साथ ही, पुस्तक प्रदर्शन और बिक्री के लिए भी पर्याप्त स्थान नहीं है।
सुविधाओं के अंतरिम उन्नयन की आवश्यकता
यद्यपि आश्रम के दीर्घकालिक विकास के लिए एक व्यापक मास्टर प्लान विकसित किया जा रहा है, वर्तमान सुविधाओं को बेहतर बनाना आवश्यक है ताकि संचालन सुचारू रूप से चल सके और भक्तों, सेवकों और सन्यासियों के लिए आरामदायक आवास और सेवाएँ प्रदान की जा सकें।
प्रस्तावित सुविधा उन्नयन
नीचे आवासीय सुविधाओं के आर्किटेक्चरल चित्रण दर्शाए गए हैं।
- पुरुषों के लिए आवास : पहली मंजिल पर एक बड़े डॉर्मिटरी को छः डबल-बेड वाले कमरों में परिवर्तित की योजना है, जिनमें संलग्न बाथरूम होंगे। साथ ही, दूसरी मंजिल पर चार बड़े कमरे बनाए जाएँगे, जिनमें प्रत्येक में चार बिस्तर और संलग्न बाथरूम होंगे।
- महिलाओं के लिए आवास : इसी प्रकार, पहली मंजिल पर डॉर्मिटरी को छः डबल-बेड वाले कमरों में परिवर्तित की योजना है, जिनमें संलग्न बाथरूम होंगे। दूसरी मंजिल पर तीन बड़े कमरे बनाए जाएँगे, जिनमें प्रत्येक में चार बिस्तर होंगे, और एक डबल-बेड वाला कमरा संलग्न बाथरूम के साथ होगा।
- कार्यालय ब्लॉक : एक नया कार्यालय ब्लॉक बनाया जाएगा, जिसमें स्वागत कक्ष, पुस्तक प्रदर्शनी और बिक्री, लेखा विभाग, आवासीय सेवक, एक भंडार, और सार्वजनिक शौचालय के लिए स्थान होगा। इस ब्लॉक से आश्रम की सभी संगठनात्मक और आउटरीच गतिविधियाँ प्रभावी रूप से संचालित होने की उम्मीद है।
- सन्यासियों के लिए क्वार्टर : सन्यासियों के लिए छः कमरों, बाथरूम, कार्यालय कक्ष, एक बैठक कक्ष, रसोई और भोजन सुविधाओं वाला एक समर्पित ब्लॉक बनाया जाएगा।
- सेवक ब्लॉक : जब संन्यासी अपने मौजूदा क्वार्टर खाली कर देंगे, तो इन्हें सेवक दम्पतियों के लिए छः कक्षों में बदल दिया जाएगा, जिनमें संलग्न बाथरूम होंगे।
इन उन्नयनों से आश्रम के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण सुधार होगा — बड़े आवासीय क्षेत्र, बेहतर फर्नीचर, विशाल बाथरूम, और अतिरिक्त सुविधाओं के साथ बेहतर कार्यालय स्थान प्रदान करेंगे।
अनुमानित लागत
इन उन्नयन के लिए कुल अनुमानित लागत ₹ 4 करोड़ है। आपकी दान से भक्तों को इस आश्रम का दौरा करते समय एक अधिक उत्कृष्ट और आध्यात्मिक रूप से संतोषजनक अनुभव प्राप्त होगा।

















