श्री कमल नैन बख्शी (1938–2025) की स्मृति में

11 जून, 2025
2अनटाइटल्ड-1

श्री कमल नैन बख्शी ने 6 जून की प्रातः शांतिपूर्वक अपने पार्थिव शरीर का त्याग किया। वह गुरुदेव परमहंस योगानन्दजी के 35 वर्षों से अधिक समय तक प्रिय क्रियावान् शिष्य और 2012 से योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ़ इण्डिया के बोर्ड सदस्य थे।

श्री बख्शी के देहावसान से, वाईएसएस ने एक ऐसी श्रेष्ठ आत्मा को खो दिया है जिनका जीवन अपने देश और अपने आध्यात्मिक मार्ग दोनों के प्रति अटूट निष्ठा का उदाहरण था।

श्री के. एन. बख्शी ने स्वीडन, नॉर्वे, इराक, ऑस्ट्रिया और इटली सहित कई देशों में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया। एक राजनयिक के रूप में उनका करियर हमारे राष्ट्र के प्रति असाधारण सेवा द्वारा चिह्नित था। उन्होंने गरिमा और सम्मान के साथ भारत के आदर्शों और आकांक्षाओं को बनाए रखा, और विश्व मंच पर देश के मूल्यों को आवाज़ दी। सेवानिवृत्ति के बाद, श्री बख्शी ने अपना जीवन एक और उद्देश्य के लिए समर्पित करने का निर्णय लिया — अपने गुरु परमहंस योगानन्दजी के आध्यात्मिक मिशन के एक शांत किंतु शक्तिशाली दूत के रूप में। जिस प्रकार उन्होंने एक बार हमारे देश की आवाज़ को सीमाओं के पार पहुँचाया था, उसी प्रकार उन्होंने हमारे गुरु के आध्यात्मिक आदर्शों को न केवल शब्दों के माध्यम से, बल्कि अपने जीवन के श्रेष्ठ उदाहरण से साकार किया और प्रसारित किया।

सेवा और भक्ति का जीवन जीते हुए, श्री के. एन. बख्शी ने वाईएसएस में कई भूमिकाओं में सेवा की — जिसमें तेरह वर्षों तक वाईएसएस बोर्ड के सदस्य के रूप में गुरुदेव के भारत भर में चल रहे कार्यों की बहुविध परियोजनाओं के लिए महत्त्वपूर्ण निर्णय-निर्माण में योगदान देना भी शामिल है। उन्होंने नोएडा स्थित वाईएसएस आश्रम के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, निर्माण कार्य की प्रगति में स्वयं रुचि लेकर सक्रिय रहे। बाद में, नोएडा आश्रम प्रशासन समिति और वाईएसएस बोर्ड के सदस्य के रूप में, उन्होंने आश्रम के प्रभावी प्रशासन में योगदान दिया। श्री बख्शी ने छात्राओं के लिए छात्रवृत्ति की स्थापना की और नोएडा आश्रम में नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के गरीब विद्यार्थियों के लिए कोचिंग कक्षाएँ शुरू कीं। इन दोनों पहलों से आज भी कई लोगों को लाभ मिल रहा है, जिससे कई व्यक्तियों को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने में सहायता मिलती है। उन्होंने नोएडा आश्रम में एक धर्मार्थ औषधालय की स्थापना में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो अब प्रति वर्ष हज़ारों ज़रूरतमंद मरीज़ों की सेवा करता है।

श्री के. एन. बख्शी के सम्मान में जल्द ही वाईएसएस नोएडा आश्रम में एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी।

अपने ध्यान के दौरान, आइए हम अपना प्रेम और प्रार्थनाएँ श्री बख्शीजी की आत्मा को और उनके शोकाकुल परिवार के सदस्यों को भेजें।

शेयर करें