जन्मोत्सव अपील — 2025

4 जनवरी, 2025

“गुरु को सुनना एक कला है जो शिष्य को परम लक्ष्य तक ले जाएगी। यदि भक्त वैज्ञानिक योग और सांख्य की तार्किक विधि के विषय में कुछ भी नहीं जानता, और यदि वह एक कर्मयोगी बनने के लिए अपनी गतिविधियों से स्वयं को पर्याप्त रूप से विलग करने में सक्षम नहीं है, तब भी, वह अपने गुरु की शिक्षाओं का पूर्ण श्रद्धा के साथ पालन करके, मुक्ति प्राप्त कर लेगा।”

— श्री श्री परमहंस योगानन्द

श्री श्री परमहंस योगानन्द के आविर्भव दिवस के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ। यह वह समय है जब हम भक्ति और कृतज्ञता में एक साथ मिलकर अपने प्रिय गुरुदेव के जीवन और उनके विशेष जीवन-कार्य का उत्सव मनाते हैं, जिनकी दिव्य उपस्थिति दुनिया भर में लोगों को आशीर्वाद प्रदान करती रहती है और रूपांतरित करती रहती है। क्रियायोग के पवित्र विज्ञान पर इसके रहस्यों को प्रकट करती उनकी शिक्षाओं के माध्यम से, गुरुदेव ने ईश्वर की ओर जाने वाले एक कालातीत मार्ग को प्रकाशित किया है, जिसने असंख्य साधकों को ईश्वर में अपने शाश्वत घर की ओर वापस जाने के लिए प्रेरित किया है।

गुरुदेव के कार्य में योगदान का एक अवसर

आपके उदार सहयोग के लिए धन्यवाद, जिसके कारण हम सच्चे आध्यात्मिक मार्ग की चाह रखने वाले हज़ारों साधकों तक पहुँचने में सक्षम हुए हैं। परमहंसजी की शिक्षाओं का प्रकाश सीमाओं और भाषाओं को पार करते हुए असंख्य लोगों के जीवन को प्रकाशित करने के लिए कहीं अधिक प्रखरता के साथ अपनी चमक बिखेर रहा है। इस प्रसार के साथ हम पर उन सभी लोगों के प्रति अपनी सेवा को बढ़ाने की पवित्र जिम्मेदारी आती है जिन्होंने उनके ज्ञान में सांत्वना पाई है। हम आपको गुरुदेव के कार्य में योगदान के द्वारा इस पवित्र मिशन में शामिल होने के लिए सहर्ष आमंत्रित करते हैं। इस नव-वर्ष में कदम रखते हुए, हम अपने बढ़ते आध्यात्मिक परिवार की सेवा के लिए अपनी उपलब्धियों और भावी योजनाओं को अत्यंत आनंदपूर्वक साझा कर रहे हैं :

  • परमहंसजी की क्रियायोग शिक्षाओं और ज्ञानपूर्ण प्रकाशनों को विभिन्न भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराना
  • वाईएसएस संन्यासियों के नेतृत्व में व्यक्तिगत रूप से तथा ऑनलाइन कार्यक्रमों के माध्यम से भक्तों को आध्यात्मिक सहायता प्रदान करना
  • वाईएसएस आश्रमों का रखरखाव


इन कार्यों को पूरा करने के लिए ₹15 करोड़ का अनुमानित व्यय होगा। हम इस पवित्र प्रयास में आपके उदार सहयोग का अनुरोध करते हैं।

आपका सहयोग अत्यधिक प्रशंसनीय है

आपके उदार दान के माध्यम से, गुरुदेव की शिक्षाएँ भारत और सम्पूर्ण विश्व में असंख्य आत्माओं तक पहुँची हैं। आइए हम आने वाली पीढ़ियों के लिए इस दिव्य विरासत को संरक्षित और विस्तारित करने के लिए मिलकर कार्य करें। आपका सहयोग — प्रार्थना, सेवा या वित्तीय योगदान के माध्यम से — गुरुदेव के प्रकाश और प्रेम को विश्व के सभी कोनों तक प्रसारित करने के लिए महत्वपूर्ण है।

हम, संन्यासी समुदाय तथा गुरुजी के आश्रमों में सेवा करने वाले सेवक, आपके प्रेम, प्रार्थनाओं और उदार योगदान के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं तथा इस पावन अवसर पर आपके लिए शांति और आनंद की कामना करते हैं।

गुरूजी के प्रेम में,
योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ़ इण्डिया

सम्पूर्ण अपील नीचे पढ़ें :

क्रियायोग शिक्षाओं और ज्ञानपूर्ण प्रकाशनों को विभिन्न भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराना

परमहंस योगानन्दजी की शिक्षाओं ने दिव्य अनुभूति का मार्ग प्रदान करते हुए सम्पूर्ण विश्व में असंख्य साधकों को प्रेरित और उत्साहित किया है। हम इन पवित्र शिक्षाओं को और अधिक भाषाओं में उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि गुरुदेव की उत्कृष्ट शिक्षाओं से अधिकाधिक लोग लाभान्वित हो सकें। हमारा निरंतर प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि गुरुदेव का संदेश अधिक से अधिक सत्यान्वेशियों तक ऐसी भाषा में पहुँचे जिसे वे समझ सकें और आत्मसात कर सकें।

गुरुदेव के ज्ञान की पहुँच का विस्तार

योगदा पाठों का नवीन संस्करण

गुरुदेव की इच्छा के अनुसार, 2019 में वाईएसएस पाठमाला का एक नया और व्यापक संस्करण अंग्रेजी में जारी किया गया। हमने इस संस्करण को हिंदी, तमिल और तेलुगु में पहले ही उपलब्ध करा दिया है, और वर्तमान में अन्य भाषाओं में अनुवाद का काम चल रहा है। भक्तों ने उत्साहपूर्वक इन अनुवादों का स्वागत किया है और अपनी भाषा में ये शिक्षाएँ उपलब्ध कराने के लिए हमें पत्र लिखकर अपना आभार व्यक्त किया है।

“वाईएसएस पाठ मुझे मेरी आत्मा तक ले जाने वाले दिव्य मानचित्र की तरह लगते हैं, जिसका प्रत्येक पृष्ठ गुरुदेव के ज्ञान और प्रेम से जीवंत है। मैं इन पवित्र शिक्षाओं का हमारी भाषा में अनुवाद करने के लिए अत्यंत आभारी हूँ।”
– के.एम. तिरुवल्लूर, तमिलनाडु

अनुपूरक सामग्री तथा Lessons App

पाठमाला के छात्रों को मूल्यवान अनुपूरक सामग्री भी मिलती है जो गुरुदेव की शिक्षाओं को उनके दैनिक जीवन में लागू करने के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान करती है। यह संसाधन, जिनमें विभिन्न भारतीय भाषाओं में संन्यासियों द्वारा निर्देशित ध्यान और वीडियो कक्षाएं शामिल हैं, भक्तों को ध्यान प्रविधियों को बेहतर ढंग से समझने तथा उनके अभ्यास को और गहरा करने में सहायक हैं।

“आश्रम दूर होने के कारण, किसी संन्यासी से विस्तृत व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए यात्रा करना चुनौतीपूर्ण रहा है। हालाँकि, अपनी मूल भाषा में एकाग्रता की प्रविधि पर वीडियो कक्षा देखना एक सच्चा आशीर्वाद था। इससे मुझे स्पष्टता मिली और प्रविधि को अधिक प्रभावी ढंग से समझने तथा अभ्यास करने में सहायता प्राप्त हुई।”
– टी.पी, काकीनाडा, आंध्र प्रदेश

हम वाईएसएस Lessons App निःशुल्क उपलब्ध करा रहे हैं, जिससे भक्तगण आसानी से डिजिटल रूप से पाठमाला का अध्ययन कर सकेंगे। इसकी मुख्य विशेषताओं में टेक्स्ट-टू-स्पीच कार्यक्षमता वाला एक उन्नत ई-रीडर; अनुपूरक पाठों की विषय-आधारित ब्राउज़िंग; वाईएसएस समाचार और ब्लॉग तक पहुँच; और निर्देशित एवं ऑनलाइन ध्यान में भाग ले पाना शामिल है।

पुस्तकों का अनुवाद

पाठमालाओं के अतिरिक्त, हम गुरुदेव के आध्यात्मिक गौरव ग्रन्थ, Autobiography of a Yogi, और उनके अन्य प्रकाशनों का अनेक भारतीय भाषाओं में अनुवाद कर रहे हैं और उन्हें मुद्रित, ऑडियो और डिजिटल प्रारूपों में उपलब्ध करा रहे हैं। 2024 में, हमने Autobiography of a Yogi के गुजराती ऑडियोबुक संस्करण का विमोचन किया, और विभिन्न भाषाओं में 16 नई पुस्तकें मुद्रित कीं।

इन पवित्र शिक्षाओं के प्रसार में महत्वपूर्ण वित्तीय संसाधनों का समावेश है, जिनमें शामिल हैं :

  1. वाईएसएस पाठमाला की सदस्यता पर छूट देना ताकि प्रत्येक व्यक्ति इन शिक्षाओं का खर्च उठा सके।
  2. गुरुदेव की पुस्तकों का और अधिक भाषाओं में अनुवाद एवं प्रकाशन।
  3. आज की डिजिटल दुनिया में सत्य की खोज करने वालों की बढ़ती जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा करने के लिए प्रौद्योगिकी का विकास और उन्नयन करना।
गुजरात के वडोदरा में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में Autobiography of a Yogi के गुजराती ऑडियोबुक संस्करण का विमोचन

आपके उदार सहयोग के लिए आभार, हम अपनी पाठमाला और सभी पुस्तकों की कीमतों को उन पर पर्याप्त छूट प्रदान करके बाजार की कीमतों की तुलना में बहुत कम रखने में सक्षम हुए हैं। आने वाले वर्ष में, हम सभी शिक्षाओं को कम कीमतों पर उपलब्ध कराने की योजना बना रहे हैं, इस विश्वास के साथ कि आप गुरुदेव की रूपान्तरकारी शिक्षाओं को उन सभी लोगों तक पहुँचाने में अपना सहयोग देते रहेंगे जो उन्हें प्राप्त करना चाहते हैं।

“द योग ऑफ़ भगवद्गीता” का अंग्रेज़ी में विमोचन
“जहाँ है प्रकाश” के तेलुगु ईबुक संस्करण का विमोचन
भक्तों को आध्यात्मिक सहायता

वाईएसएस विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों के माध्यम से सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप में फैले भक्तों की सहायता के लिए दृढ़तापूर्वक प्रतिबद्ध है : 

संन्यासियों के दौरे, संगम, तथा क्रिया दीक्षाएँ

वाईएसएस नोएडा आश्रम में साधना संगम
लुधियाना में संन्यासियों के दौरे के समय आनंदमग्न भक्त

वर्ष 2024 में, वाईएसएस संन्यासियों ने भारत और श्रीलंका के 50 से अधिक शहरों की यात्रा की, व्याख्यान दिए, क्रिया योग दीक्षाएँ आयोजित कीं और आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिसने हज़ारों लोगों के हृदयों को प्रभावित किया। इसके अतिरिक्त, राँची, नोएडा, दक्षिणेश्वर, चेन्नई और इगतपुरी साधनालय में हमारे आश्रमों में हमने 20 साधना संगम आयोजित किए, जिनमें 3,500 भक्तों को गहन आध्यात्मिक नवीनीकरण के लिए गुरुजी की शिक्षाओं में चार दिवसीय स्नान कराया गया। हमारे संन्यासियों ने नोएडा आश्रम में 10 रिट्रीटों का सञ्चालन किया, और पुरी तथा दिहिका रिट्रीट केंद्रों में भी रिट्रीटों का आयोजन किया।

ऑनलाइन प्रेरक कार्यक्रम

एक ऑनलाइन प्रेरक कार्यक्रम में स्वामी शुद्धानन्द का सत्संग

जबकि व्यक्तिगत कार्यक्रम हमारे प्रयासों के केंद्र में हैं, हम उन लोगों तक पहुँचने के महत्व को समझते हैं जो दूरी, स्वास्थ्य या अन्य बाधाओं के कारण ऐसे कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाते हैं, वाईएसएस संन्यासी ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से नियमित रूप से उन तक पहुँचने के लिए ठोस प्रयास कर रहे हैं। साप्ताहिक ध्यान सत्रों के अतिरिक्त, 2024 में वाईएसएस वेबसाइट और ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से गुरुदेव के रूपान्तरकारी “आदर्श जीवन” सिद्धांतों पर 30 से अधिक विशेष कार्यक्रम और सत्संग आयोजित किये गए, तथा इस प्रकार भक्तों को जहाँ कहीं भी वे हों, व्यावहारिक आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की गई।

नववर्ष में विशेष कार्यक्रम

  • हमारे पूज्य अध्यक्ष और आध्यात्मिक प्रमुख स्वामी चिदानन्दजी भक्तों को प्रेरित करने और उत्साहित करने के लिए आने वाले हफ्तों में भारत और नेपाल का दौरा करेंगे। बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद, नोएडा और काठमांडू में विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है, जिससे भक्तों को उनके दर्शन प्राप्त करने और उनके उत्कृष्ट ज्ञान और व्यावहारिक आध्यात्मिक मार्गदर्शन से लाभ उठाने का एक दिव्य अवसर प्राप्त होगा।
  • हम प्रयागराज में पवित्र कुंभ मेले में श्रद्धालुओं का स्वागत करने की तैयारी कर रहे हैं। वाईएसएस शिविर में उनके रहने और खाने की व्यवस्था की जाएगी। वाईएसएस संन्यासी शिविर में सामूहिक ध्यान और सत्संग का संचालन करेंगे, जिससे श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक उत्थान का अनुभव प्राप्त होगा।

वाईएसएस सभी आयोजनों और आध्यात्मिक कार्यक्रमों के शुल्क को नाममात्र ही रखने का प्रयास करता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी उनका वहन कर सकें, और ऐसा करने के लिए, ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन में लगाने वाली वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में आपकी सहायता अत्यंत महत्वपूर्ण है।

आश्रमों एवं भक्तों के निवास का रखरखाव

गुरुदेव ने वाईएसएस आश्रमों को दिव्य शांति और आध्यात्मिक कायाकल्प के अभयारण्य के रूप में देखा, जहाँ साधक शांति प्राप्त कर सकते हैं, गहन ध्यान कर सकते हैं और संन्यासियों से आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। ये पवित्र स्थान भक्तों के आध्यात्मिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, परन्तु इन्हें बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण संसाधनों और समर्पित देखभाल की आवश्यकता होती है।

“राँची आश्रम में प्रवेश करते ही ऐसा लगा जैसे मैं शांति और प्रेम के स्वर्गीय क्षेत्र में प्रवेश कर रहा हूँ। ध्यानपूर्ण प्रशान्तता, सुन्दरतापूर्वक बनाकर रखा गया परिवेश और उत्साहपूर्ण आतिथ्य ने ऐसा माहौल बनाया जहाँ मैं दुनिया से अलग होकर तुरंत ईश्वर से जुड़ सकता था।”
— डी.एम. कोल्हापुर, महाराष्ट्र

राँची में ध्यान उद्यानों और ध्यान मंदिरों से लेकर लीची वेदी और स्मृति मंदिर जैसे तीर्थ स्थलों तक, प्रत्येक स्थान को शांत और आध्यात्मिक रूप से पूर्ण वातावरण बनाने के लिए सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है। ये पवित्र स्थान भक्तों को ईश्वर और गुरु के साथ अपने संबंध को गहरा करने के लिए प्रेरित करते हैं, जिससे आंतरिक शांति और दिव्य संपर्क को गति मिलती है।

वाईएसएस आश्रमों का उद्देश्य भक्तों को बिना किसी खर्च के आरामदायक आवास उपलब्ध कराना है, जिससे सभी भक्त, यहाँ तक ​​कि वे भी जिनके पास पर्याप्त साधन नहीं हैं, यहाँ आकर अपनी साधना पर ध्यान केंद्रित कर सकें। इसमें आधुनिक अतिथि सुविधाएं, अतिथिशाला संबंधी कुशल सेवाएँ और सभी आगंतुकों के लिए एक शांत और उन्नयनकारी अनुभव सुनिश्चित करने के लिए एक साफ-सुथरा, स्वास्थ्यकर वातावरण शामिल है।

परिचालन लागत

इन आश्रमों को चलाने और रखरखाव में काफी खर्च आता है :

  • आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कमरे, भोजन और सुविधाएं उपलब्ध कराना
  • इन सुविधाओं को बनाए रखने के लिए कार्यरत कर्मचारियों का वेतन
  • अतिथि सुविधाओं, ध्यान कक्षों और अन्य बुनियादी ढाँचे का नवीनीकरण और रखरखाव



आपके योगदान से इन पवित्र स्थानों को संरक्षित करना और हमारी सेवा गतिविधियों को बनाए रखना संभव हो पाता है, जो असंख्य सत्यान्वेशियों को मन की शान्ति और आध्यात्मिक नवीनीकरण प्रदान करती हैं। साथ मिलकर, हम सभी क्षेत्रों के साधकों के लिए आध्यात्मिक रूप से जीवंत और स्वागत करने वाला वातावरण प्रदान करने के गुरुदेव के स्वप्न को पूरा कर सकते हैं।

इन पवित्र आश्रमों के रखरखाव, भारतीय भाषाओं में गुरुदेव की शिक्षाओं के प्रकाशन में सहयोग, तथा व्यक्तिगत और ऑनलाइन कार्यक्रमों के आयोजन की वार्षिक लागत ₹15 करोड़ है।

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