ईश्वर ने जिस शांति एवं आनन्द के दिव्य प्रतिबिम्ब के रूप में आपकी रचना की है, उसका त्याग किए बिना इस संसार में जीवन जीने की कला को सीखना ही जीवन का वह रहस्य है जिसे आपको सुलझाना है। और योग हमें इसकी ही शिक्षा प्रदान करता है।
— परमहंस योगानन्द
इस नवम्बर में सॉल्विंग द मिस्ट्री ऑफ़ लाइफ़ के योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ़ इण्डिया (वाईएसएस) के संस्करण का विमोचन किया जायेगा, जो कि संकलित प्रवचन एवं आलेख शृंखला का चौथा खण्ड है तथा दैनिक जीवन में ईश्वर-साक्षात्कार पर परमहंस योगानन्दजी के कालातीत ज्ञान को प्रस्तुत करता है। आज ही इसकी एक अग्रिम प्रति ऑर्डर करने के लिए आपका स्वागत है।
अपने पूर्ववर्ती ग्रंथों (मानव की निरन्तर खोज, दिव्य प्रेम-लीला, और आत्म-साक्षात्कार की यात्रा) की भाँति, यह नया संकलन भी आपके लिए परमहंस योगानन्दजी द्वारा प्रवचनों और कक्षाओं में सहज भाव से साझा किए गए व्यक्तिगत परामर्श और प्रबुद्ध दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है, जो योग के सार्वभौमिक मार्ग और विजयी तथा सर्वोच्च बोध के साथ जीवन जीने के तरीके पर आधारित हैं।
सॉल्विंग द मिस्ट्री ऑफ़ लाइफ़ में तीन दशकों से अधिक की अवधि में दिए गए लगभग 40 प्रवचन संकलित हैं। यह ऐसे अनेक प्रश्नों के उत्तर प्रदान करता है, जो अनुत्तरित प्रतीत होते हैं, जैसे : हम यहाँ क्यों हैं? हमारी नियति क्या है, और हम इसे कैसे नियंत्रित कर सकते हैं? ईश्वर क्या है, और यदि ईश्वर अच्छाई है तो इस संसार में बुराई क्यों है? हमें चाहे किसी भी चुनौती का सामना क्यों न करना पड़े, हम अधिक आनन्द और सुरक्षा का अनुभव कैसे कर सकते हैं?
जिन्होंने स्वयं जीवन का रहस्य सुलझाया है, ऐसे परमहंस योगानन्दजी ने, ब्रह्मांड में कार्यरत दिव्य नियमों को उजागर किया है — हमें यह स्मरण कराते हुए कि हम मूलतः अनंत सामर्थ्य वाले अमर प्राणी हैं।
चाहे आप परमहंसजी की शिक्षाओं से अभी-अभी परिचित हुए हों या दीर्घकाल से उनके अनुयायी हों, यह पुस्तक आपकी आध्यात्मिक यात्रा को आलोकित करने वाला ज्ञान का एक अमूल्य भंडार है।
सॉल्विंग द मिस्ट्री ऑफ़ लाइफ़ हार्डबैक, पेपरबैक और ई-बुक संस्करणों में उपलब्ध होगी।



















