Event Mode: ऑनलाइन कार्यक्रम

हिन्दी में प्रवचन – 17 मार्च, 2024

इस प्रकार हमें संसार में रुचिपूर्वक कार्य करना सीखना चाहिए, परन्तु शान्त एवं अनासक्त बने रहें। मैं नहीं जानता कि बिना आनन्दपूर्ण उत्साह के मैं

विशेष लम्बा ध्यान — 2 मार्च, 2024

जब मैं चला जाऊँगा, तब ये शिक्षाएँ ही तुम्हारी गुरु होंगी…। इन शिक्षाओं के माध्यम से ही तुम मुझसे और उन महान् गुरुओं से, जिन्होंने

हिन्दी में प्रवचन — 28 जनवरी, 2024

“प्रत्येक व्यक्ति को कुरुक्षेत्र की अपनी लड़ाई स्वयं लड़नी है। यह युद्ध मात्र जीतने के योग्य ही नहीं, अपितु विश्व के दिव्य नियम एवं आत्मा

वाईएसएस पाठमाला के नए संस्करण के हिन्दी अनुवाद का विमोचन — 5 जनवरी, 2024

परमहंस योगानन्दजी की यह इच्छा थी कि आप योगदा सत्संग पाठमाला को अपने आत्म-साक्षात्कार — आपके दिव्य एवं अनश्वर स्वरूप अथवा आत्मा की जाग्रत चेतना,

जन्मोत्सव विशेष ध्यान — 5 जनवरी, 2024

अपने अनुयायियों के लिए, परमहंस योगानन्दजी सर्वप्रथम, एक प्रेमावतार, दिव्य प्रेम के अवतार, एक सर्वोच्च भक्त के रूप में जाने जाते हैं। उनके चरित्र में